vaccination programme in india

Corona Vaccination: कैसे करें रजिस्ट्रेशन, किन लोगों को नहीं लनी चाहिए वैक्सीन, जानिए सबकुछ

कोरोना भारत स्वास्थ्य

कोरोना वायरस (Coronavirus) की दूसरी लहर लगातार देश में कहर बरपा रही है। हर दिन कोरोना के बढ़ते संक्रमण से नए रिकॉर्ड बन रहे है। संक्रमण के इसी चेन को रोकने के लिए सरकार ने वैक्सीनेशन मुहीम (Vaccination Drive) तेज कर दी है। 1 मई से 18 साल से 44 साल तक के उम्र के सभी लोगों को वैक्सीन लगनी शुरू हो जाएगी। जिसके लिए बुधवार शाम से ही इसका रजिस्ट्रेशन शुरू हो गया है और लोगों में खासा उत्साह भी देखने को मिल रहा हैं। महज कुछ ही घंटों में वैक्सीन के लिए कोविन (CoWIN) पोर्टल पर एक करोड़ से ज्यादा लोगों ने अपन नाम दर्ज करा लिया। तीसरे चरण में 18 से 44 साल के आयु वर्ग के लिए राज्यों को सीधे वैक्सीन निर्माता कंपनियों से वैक्सीन खरीदनी है। साथ ही निजी अस्पताल भी वैक्सीन खरीद कर वैक्सीनेशन मुहीम (Vaccination Drive) चला सकते हैं। आज हम आपको वैक्सीनेशन अभियान से जुड़ी हर अहम जानकारी बताएंगे जो आपको जानना चाहिए।

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वैक्सीनेशन (Vaccination) के लिए कैसे होगा रजिस्ट्रेशन ?

– सबसे पहले आपको www.cowin.gov.in पर जाना होगा। इसके बाद Register या फिर Sign in पर क्लिक करना होगा।

– फिर इसमें अपना मोबाइल नंबर डालें और Get OTP पर क्लिक कर दें। जब OTP आ जाने के बाद अपना OTP डाल कर Verify पर क्लिक कर दें।

– रजिस्ट्रेशन फॉर वेरिफिकेशन पेज में आपको अपनी सभी डिटेल्स डालनी होंगी जैसे आईडी प्रूफ, नाम, लिंग, फोटो और जन्मतिथि।

– इसके बाद आपको अपॉइंटमेंट (Appointment) बुक करने का विकल्प मिलेगा। नाम के ठीक सामने स्केड्यूल (Schedule) का विकल्प होगा उस पर क्लिक करें।

– एक सर्च बार होगा जिसमें अपको अपना पिनकोड डालना होगा। जहां-जहां सेंटर्स होंगे, वहां-वहां पिन दिखाई देगी।

– दिन और समय को सेलेक्ट करें और फिर Confirm पर क्लिक कर दें।

आपको बता दें कि आप आसानी से अपॉइंटमेंट को रिस्केड्यूल भी कर सकते हैं। साथ ही एक लॉगइन के जरिए आप चार सदस्यों को जोड़ सकते हैं।

कौन नहीं लगा सकता वैक्सीन?

– अगर आपकी उम्र 18 साल से कम है तो आपको यह वैक्सीन नहीं लेनी चाहिए।

– गर्भवती महिलाओं को भी वैक्सीन नहीं लेनी चाहिए। साथ ही बच्चे को ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली महिलाओं को भी इससे बचना चाहिए।

– वैसे लोग जिनमें कोरोना के लक्षण दिख रहे हों, उन्हें भी पूरी तरह से ठीक होने के बाद 4 से 8 हफ्ते बाद ही वैक्सीन लेनी चाहिए।

– वैसे व्यक्ति को भी कोरोना की वैक्सीन नहीं लेनी चाहिए, जिसे खून से संबंधित कोई बीमारी हो या फिर अगर कोई खून को पतला करने वाली दवा ले रहा हो।

– कोरोना के वैसे मरीज जिनका इलाज प्लाज्मा थेरेपी (Plasma Therapy) की मदद से किया जा रहा हो, उसे भी ठीक होने के 4 से 8 हफ्ते बाद ही वैक्सीन लेनी चाहिए।

किस राज्यों ने कितना वैक्सीन (Vaccine) किया ऑर्डर?

सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश ने 50 लाख डोज का ऑर्डर कोविशिल्ड (Covishield) के लिए और 50 लाख कोवैक्सीन (Covaxin) के लिए दिया है। मध्य प्रदेश ने कोविशिल्ड के 45 लाख डोज का ऑर्डर दिया है तो हरियाणा ने 66 लाख डोज मगाए है। जबकि छत्तीसगढ़ ने 25-25 लाख का ऑर्डर सीरम इंस्टीट्यूट (Serum Institute) और भारत बायोटेक (Bharat Biotech) को दिए हैं। वहीं पंचाब ने 30 लाख डोज खरीदने को मंजूरी दी है। दिल्ली ने भी 1.34 लाख डोज खरीदने को मंजूरी दी है। हालांकि 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों का वैक्सीनशन अभियान एक मई से शुरू तो होगा लेकिन वैक्सीन उपलब्धता को लेकर अभी भी आशंका के बादल है। महाराष्ट्र, राजस्थान ने तो साफ कह दिया है कि वो एक मई से वैक्सीनेशन नहीं कर पाएंगे। क्योंकि वैक्सीन मिल ही नहीं रही। पंजाब, झारखंड, छत्तीसगढ़ को भी आशंका है कि एक मई से वैक्सीनेशन शुरू नहीं हो पाएगा। पिछले हफ्ते ही पंजाब, छत्तीसगढ़, राजस्थान और झारखंड के स्वास्थ्य मंत्रियों ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि वैक्सीन निर्माता तय वक्त पर उन्हें ऑर्डर देने में सक्षम नहीं है।

वैक्सीन (Vaccine) उपलब्धता कितनी बड़ी चुनौती?

एक मई से वैक्सीनेशन अभियान में वैक्सीन उपलब्धता कितनी बड़ी चुनौती है इसे ऐसे समझें कि मौजूदा समय में सीरम इंस्टीट्यूट (Serum Institute) की कोविशिल्ड (Covishield) बनाने की क्षमता अधिकतम 6 से 7 करोड़ डोज प्रति महीने की है। जबकि भारत बायोटेक (Bharat Biotech) की कोवैक्सीन (Covaxin) बनाने की अधिकतम क्षमता एक करोड़ डोज प्रति महीने की है। वैसे तो सरकार ने दोनों वैक्सीन निर्माताओं को एडवांस पेमेंट का फैसला किया है। जिससे उनको उत्पादन क्षमता बढ़ाने में वित्तीय मदद मिले। लेकिन अभी इसका फायदा तुरंत नहीं मिलने जा रहा है। जिस स्पूतनिक वी (Sputnik V) वैक्सीन को भारत में मंजूरी मिली है उसकी रूस (Russia) में बनी डोज भी मई के मध्य से पहले नहीं आ सकती। भारत में बनी स्पूतनिक वी (Sputnik V) वैक्सीन आने में जून-जुलाई लग जाएंगे। ऐसे में जहां विरोधी दल वाले राज्य खुलकर एक मई की तारीख की झुनझुना कह रहे हैं तो वहीं कुछ बीजेपी राज्यों ने भी माना कि वैक्सीन मिलने में दिक्कतें आ सकती है।

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खुद केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में दिए गए अपने हलफनामे में कहा है कि जुलाई तक कोवैक्सीन (Covaxin) और कोविशिल्ड (Covishield) के केवल 16.5 करोड़ डोज ही उपलब्ध हो पाएंगे। अब तक सीरम इंस्टीट्यूट (Serum Institute) को राज्यों से 34 करोड़ और निजी अस्पतालों से 2 करोड़ ऑर्डर मिल चुके है। भारत में 18 साल से ऊपर करीब 90 करोड़ यानी कुल 180 करोड़ डोज की जरूरत है। अभी तक 14 करोड़ से ज्यादा की डोज दी जा चुकी है यानी अभी 165 करोड़ डोज से ज्यादा की जरूरत है। ऐसे में वैक्सीनेशन प्रोग्राम का जल्द निपटना मुमकिन नहीं है लेकिन फिर भी एक मई पर लोगों की नजरें टीकी है।

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