Nasal Spray will protect from Corona

Corona की महामारी से बचाएगा Nasal Spray, जानिए इसकी खासियत

कोरोना भारत

भारत समेत पूरी दुनिया में कोरोना वायरस (Coronavirus) की दूसरी लहर से एक बार फिर हाहाकार मचा हुआ है, हर दिन मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। सक्रमण के चलते जान गवाने वालों का आंकड़ा भी बढ़ गया है। कोरोना के कहर से पूरा विश्व कराह रहा है लेकिन कोरोना के कहर के बीच एक अच्छी खबर आई है। कोरोना वायरस (Coronavirus) को खत्म करने के लिए एक नया हथियार आया है, जिसका नाम नेजल स्प्रे (Nasal Spray) है। बस नाक में स्प्रे किया और वहां मौजूद वायरस खत्म, ये स्प्रे यूके के ट्रायल्स में कारगर साबित हुआ है। कंपनी का दावा है कि कोरोना की दूसरी लहर को कंट्रोल करने में ये नेजल स्प्रे बड़ी भूमिका निभा सकता है। नेजल स्प्रे हम सब को कोरोना वायरस से 99:99 फीसदी बचाव करता है। इस नेजल स्प्रे को कनाडा (Canada) की बायोटेक कंपनी सैनोटाइज (SaNOtize) ने तैयार किया है। आप इसे हैंड सैनिटाइजर (Hand Sanitizer) की तरह नाक में काम करने वाला स्प्रे भी कह सकते हैं। ये स्प्रे मरीजों को खुद ही अपने नाक में डालना होता है और ये कुछ सेकेंड में नाक में ही वायरस को खत्म कर देता है। इससे ना तो वायरस पनप पाता है और ना ही फेफड़ों में जा कर नुकसान पहुंचा पाता है। इसे बनाने वाले ये कोशिश कर रहे हैं कि यूके और कनाडा में इसे इमरजेंसी परमिट (Emergency Permit) मिल सके, ताकि लोग इसे जल्द से जल्द इस्तेमाल कर सके। हालांकि ये वैक्सीन का जवाब तो नहीं है लेकिन कहीं ना कहीं बड़े पैमाने पर एक आशा की किरण जरूर लग रहा है।

इस स्प्रे में सबसे खास चीज है, नाइट्रिक ऑक्साइड (Nitric Oxide) जो कोरोना वायरस को मार देता है। नाइट्रिक ऑक्साइड रिसर्च करने वाले डॉक्टर फरीद मुराद (Ferid Murad) को मेडिसिन का नोबेल पुरस्कार (Nobel Prize) मिला था और उनका रिसर्च इस स्प्रे को बनाने में काम आया। कनाडा और यूके में इस स्प्रे के ट्रायल हुए है। फेज 2 क्लीनिकल ट्रायल (Clinical Trial) में इस नेजाल स्प्रे ने 24 घंटे के अंदर वायरस की संख्या को 95 फीसदी तक काम कर दिया और 72 घंटों में 99:99 फीसदी तक कम कर दिया। अच्छी बात ये है कि कोरोना के यूके वैरिएंट (UK Variant) सहित अलग-अलग वैरिएंट के खिलाफ भी ये स्प्रे कारगर है।

इसे भी पढें-   Corona संक्रमण: क्या कोर्ट के ‘हंटर’ से चलेगा देश का तंत्र?

क्या नेजल स्प्रे के कोई साइड इफेक्ट्स (Side Effects) है?

नेजल स्प्रे के साइड इफेक्ट्स (Side Effects) ना के बराबर है। सैनोटाइज (SaNOtize) के मुताबिक इसे हजारों लोगों पर इस्तेमाल किया गया है लेकिन इसका अभी तक कोई साइड इफेक्ट्स सामने नहीं आया है। ये एकदम सुरक्षित है। ये किसी भी वायरस के खिलाफ काम करता है इसलिए ये कोरोना के सभी वैरिएंट पर कारगर है। कंपनी के मुताबिक, 00:01 फीसदी ऐसे केस हो सकते हैं, जहां ये वायरस को ना मार पाए लेकिन ज्यादातर मामलों में ये कारगर है। उम्मीद किया जा रहा है कि ये बच्चों के लिए भी सुरक्षित होगा। हालांकि अभी बच्चों को अभी ट्रायल में शामिल नहीं किया गया है। ये ट्रीटमेंट से ज्यादा बचाव के लिए कारगर है। ये वैक्सीन को रिप्लेस नहीं करेगा, ये वायरस को सिर्फ फैलने से रोकेगा। इसे वैक्सीन के साथ इस्तेमाल किया जाए तो इसके नतीजे और बेहतर हो जाएंगे।

भारत में कब तक आएगा नेजल स्प्रे ?

फिलहाल कंपनी ने यूके और कनाडा में इस स्प्रे के लिए इमरजेंसी अप्रूवल मांगा है। इजराइल और न्यूजीलैंड ने नेजल स्प्रे को इलाज के लिए मंजूरी दे दी है। इजराइल में कंपनी ने पिछले महीने ही नेजल स्प्रे का प्रोडक्शन शुरू कर दिया है। सैनोटाइज (SaNOtize) आगे भारत में अपना नेजल स्प्रे उतारने की कोशिश करेगा। हालांकि अभी इसकी जानकारी नहीं है। इसका दाम अभी तय नहीं किया गया है।

भारत में भी नेजल वैक्सीन पर चल रहा है काम  

दूसरी तरफ भारत में भी नेजल वैक्सीन पर काम चल रहा है। भारत बायोटेक (Bharat Biotech) ने अपने नेजल वैक्सीन (Nasal Vaccine) के ट्रायल इसी साल जनवरी में शुरू किए थे। इसके लिए कंपनी ने वाशिंगटन यूनिवर्सिटी (Washington University) के साथ करार किया है। कुछ ही दिनों में इसके पहले फेज के ट्रायल के नतीजे सामने आने की उम्मीद है। भारत बायोटेक के नेजल वैक्सीन भी नाक के जरिए दी जाएगी और ये वायरस को खत्म कर देगी। वैज्ञानिकों का मानना है कि नाक के जरिए कोरोना वायरस की एंट्री होती है। इसलिए नेजल स्प्रे काफी असरदार साबित हो सकता है। इस समय कुल 13 कंपनियां नेजल वैक्सीन पर काम कर रही हैं, जिनमें से 5 शुरुआती क्लीनिकल ट्रायल पर हैं।

इसे भी पढें-   Coronavirus: हर मरीज को अस्पताल जाने की जरूरत नहीं, घर पर ऐसे रखें अपना ख्याल

नेजल स्प्रे और वैक्सीन के कई फायदे हैं

नाक के जरिए हर उम्र के लोगों को वैक्सीन देना आसान है। इसे बच्चों और बड़ों को बड़े आसानी से दिया जा सकता है और इसके लिए किसी सुई की जरूरत नहीं है। इसके लिए प्रशिक्षित स्वास्थय कर्मियों की भी आवस्यकता नहीं पड़ती। भारी मांग को पूरा करने के लिए आसानी से मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ाया भी जा सकता है और इसे स्टोर करना और ट्रांस्पोर्ट करना दोनों बहुत आसान है। साफ है कि कोरोना वायरस (Coronavirus) की दूसरी लहर में वैक्सीन (Vaccine) को इस नेजल स्प्रे (Nasal Spray) का भी साथ मिल जाए तो दुनिया कोरोना को आसानी से हरा सकती है।

Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *