अमेरिका में नॉर्थ कैरोलिना के बैरियर द्वीप में गुरुवार की शाम को फ्लोरेंस तूफान ने सबसे पहले दस्तक दी । इस तूफान में 155 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही है और मूसलाधार बारिश हो रही है। माना जा रहा है कि फ्लोरेंस तूफान का सबसे तेज प्रहार नॉर्थ कैरोलिना के दक्षिणी भाग पर होगा। तूफान में हर तरफ दहशत का माहौल है।
अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वर्जीनिया, नॉर्थ और साउथ कैरोलिना के लिए आपातकाल घोषित कर दिया है। उन्होंने कहा कि संघीय सरकार फ्लोरेंस तूफान के लिए पूरी तरह तैयार है। वर्जीनिया और नॉर्थ कैरलाइना के तटीय इलाकों से 15 लाख से ज्यादा लोगों को घर खाली कराकर सुरक्षित स्थान पर भेज दिया है। एहतियाती तौर पर करीब एक लाख घरों की बिजली काट दी गई है। तटीय इलाकों के अधिकतर हवाई अड्डों को बंद कर दिया गया है।
मौसम विभाग का अनुमान है कि फ्लोरेंस तूफान का सबसे ज्यादा असर शुक्रवार को स्थानीय समय के हिसाब से सुबह आठ बजे के आसपास दिखना शुरू होगा और यह तूफान रविवार तक जारी रहा सकता है। ताजा हालात के मुताबिक तटीय इलाकों में तेज हवाए चल रही है। नॉर्थ कैरोलिना में भारी बारिश हो रही है। कई जगह 30 फीट तक लहरे उठती हुई दिखाई दी है। मोरहेड में पुलिस सेवा बंद कर दी गई है। तेज हवाओं की वजह से यहां ड्राइविंग कर पाना मुश्किल हो गया है।
आपको बता दें कि इस तूफान से अमेरिका पर इस समय बड़ा न्यूक्लियर खतरा मंडरा रहा है। क्योकि एक्सपर्ट एजेंसियों के मुताबिक इस तूफान के रास्ते में अमेरिका के 6 न्यूक्लियर पावर प्लांट भी है। परन्तु अमेरिका की फेडरल एजेंसियों ने तूफान से न्यूक्लियर पावर प्लांट सुरक्षित होने का दावा किया है। और अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि तूफ़ान की वजह से बड़ा नुकसान हो सकता है। फ्लोरेंस तूफान में बचाव कार्य में लगे अधिकारियों की चिंता आसपास के नदियों में बढ़ते जलस्तर से है। उनके अनुसार बढ़ते जलस्तर से कई इलाके डूब सकते हैं।
अमेरिका के लोग तूफान में पार्टी करने के लिए जमकर पिज्जा और बीयर खरीद रहे हैं। उनका कहना है कि ऐसे समय में पार्टी करने से तूफान का डर लोगों के मन से निकल जाता है।