Central Vista Project आजकल काफी चर्चा में है। इस project की घोषणा तो वैसे September 2019 में हो गई थी जिसमें त्रिकोण आकार वाले नये संसद भवन का निर्माण की बात कही गई थी। लेकिन वर्तमान समय में जहां एक तरफ कोरोना वायरस के कारण पूरा देश जूंज रहा है वहीं दूसरी तरफ सरकार का यह महत्वपूर्ण Central Vista Project का काम अभी भी जारी है। जिसे लेकर विपक्षी दल के नेता विरोध कर रहे है, केवल राजनीति ही नहीं बल्कि social media पर भी कोरोना जैसे इस महामारी के दौरान Central Vista Project को जरुरी बताने पर सवाल उठ रहे है। राजधानी दिल्ली में जहाँ एक तरफ lockdown लगा हुआ है वही दूसरी तरफ Central Vista Project पर काम जोरो शोरो से चल रहा है, राजपथ के दोनो तरफ खुदाई चल रही है। Supreme Court ने भी इस मामले में दखल देने से इंकार कर दिया है क्योंकि यह मामला पहले से ही Delhi High Court में चल रहा है।
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क्या है यह Central Vista Project ?
Central Vista Project की घोषणा September 2019 में हो गई थी, यह project मोदी सरकार का 20 हजार करोङ का बहुत महत्वपूर्ण project है। इस project के तहत त्रिकोण आकार के नये संसद भवन का निर्माण किया जाएगा, जिसमें करीबन 900 से 1200 सांसदो के बैठने की व्यवस्था रहेगी। इस project के अन्तर्गत एक प्रधानमंत्री आवास भी बनाया जाएगा। CPWD ने एक्सपर्ट अप्रेजल कमेटी को बताया की यह Central Vista Project नवम्बर 2022 तक नया संसद भवन बनकर तैयार हो जाएगा और दिसम्बर 2022 तक उपराष्ट्रपति भवन भी बनकर तैयार रहेगा। इनका यह नया आवास north block और south block में तैयार हो जाएगा। इतना ही नहीं इसके अलावा common central secretariat भी बनाने की तैयारी हो रही है। Central Vista Project के निर्माण से राष्ट्रपति भवन से लेकर India Gate तक का नजारा पूरी तरह से बदल जाएगा।
Central Vista Project की विशेषतायें
Central Vista Project के तहत राष्ट्रपति भवन, उपराष्ट्रपति का घर, north block, south block और संसद आता है। इतना ही नही इसके अंतरगत Indira Gandhi National Centre for Arts (IGNCA), Udyog Bhavan, Bikaner House, Hyderabad House, Jawahar Bhavan, National Museum और National Archives भी आता है। सरकार द्वारा इस पूरे इलाके को renovate करने की योजना को Central Vista Project कहा जाता है। इस project की कुछ विशेषतायें भी है जैसे कीः
Central Vista Project की विशेष बात यह है कि नया संसद त्रिकोण आकार का होगा जो कि 64,500 वर्ग मीटर क्षेत्र तक फैला हुआ होगा।
Central Vista Project का यह नया संसद भवन वर्तमान संसद भवन की अपेक्षा काफी बङा होगा जहां करीबन 1200 सांसदो के बैठने की जगह भी होगी।
नए संसद में सभी सांसदो को अपना दफ्तर दिया जाएगा। इस नए इमारत में एक communication hall भी होगा जिसमें संविधान की मूल कॉपी रखा जाएगी। इसके अलावा visitor gallery भी होगी जहां भारत के लोकतंत्र के विरासत को digitally display भी किया जाएगा।
Central Vista Project के इस नए संसद में digital इंटरफेस की भी व्यवस्था होगी जिससे की यह paperless office की तरह काम करेगा।
संसद की वर्तमान इमारत भी कायम रहेगी जिसका प्रयोग संसद की तमाम गतिविधियों के लिए किया जाएगा।
Central Vista Project के नए संसद के निर्माण कार्य की निगरानी Lok Sabha सचिवालय, आवास, CPWD, NDMC, शहरी मामलो के मंत्रालय के सद्स्यों और साथ ही साथ architect एवं designers की देख-रेख में होगा। Central Vista Project के पूरे होने की समय सीमा 2024 तक का रखी गयी है लेकिन यह नया संसद 2022 तक तैयार होने की सम्भावना है। इस project के बनने का कुल लागत 20 हजार करोङ आने का अनुमान लगाया जा रहा है।
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क्या इस समय Central Vista Project पर काम करना सही है?
कोरोना के इस second wave के भयंकर दौर में जहाँ सरकार सबको घरो में रहने की सलाह देती है, अधिकतर companies नें अपने employees को work from home (WFH) करने का आदेश दे दिया है, वहीं दूसरी तरफ मजदूर एवं कर्मचारी Central Vista Project को पूरा करने में लगे हुए है। कांग्रेस एवं अन्य विपक्षी पार्टी इस project को फिलहाल बंद करने की बात कर रहे है। पर क्या यह project इतना important है कि कोरोना के इस दौर में भी इसे किसी भी हाल में पूरा करना है? सरकार को उन मजदूरों के बारे में भी सोचना चाहिए जो कोरोना के समय में भी Central Vista Project को पूरा करने के लिए risk लेकर काम करने आते है। इतना ही नही सरकार को फिलहाल इस project को रोक कर देश में हो रहे oxygen, ventilators एवं अन्य वस्तुओं की खपत के बारे में सोचना चाहिए। इस project में लग रहे पैसे का इस्तेमाल सरकार को फिलहाल देश में आए हुए संकट को खत्म करने में लगाना चाहिए जिससे की पूरा देश कोरोना की चपेट से बाहर आ सके।