शराफत की दुनिया का किस्सा ही खत्म, अब जैसी दुनिया वैसे हम यह मशहूर डायलॉग जज्बा में इरफान खान (Irrfan Khan) द्वारा बोला गया था। आज के ही दिन 1 साल पहले इरफान खान ने इस दुनिया से विदा ले ली थी और वह जिंदगी और मौत के बीच की जंग हार गए थे। इरफान खान करीब दो साल से केंसर (Cancer) से जूझ रहे थे। इरफान खान की मौत की खबर जैसे ही लोगों तक पहुंची तो हर कोई इस खबर को सुनकर दंग रह गया। ना सिर्फ बॉलीवुड (Bollywood) को बल्कि हॉलीवुड (Hollywood) में भी इस खबर का गहरा धक्का लगा क्योंकि फिल्म इंडस्ट्री ने एक बहुत ही चमकदार सितारे को खो दिया था। यूं तो बॉलीवुड इंडस्ट्री में कई कलाकार आए और गए लेकिन बहुत चुनिंदा कलाकार थे जिन्होंने अपने अभिनय के दम पर अपनी और अपने फैंस के बीच में एक अलग ही रिश्ता बनाया था। अपने अभिनय (Acting) के दम पर वह अपने दर्शकों के दिल में कुछ इस तरह उतरे की सालों बीत जाने पर भी उन कलाकारों को जिंदगी से ना निकाला जा सके और कुछ ऐसी ही कलाकार इरफान खान भी थे।
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इरफान के पिता को पसंद नहीं थी फिल्म लाइन और इस बात को लेकर रात भर रोए थे इरफान
इरफान खान का जन्म 1 जनवरी 1967 में जयपुर (Jaipur) के एक मुस्लिम पठान परिवार में हुआ था। इरफान के पिताजी का टायर का व्यापार (Tyre Business) था। इरफान का पूरा नाम साहबजादे इरफान अली खान है। गौरतलब है कि इरफान खान के पिता को फिल्में कतई पसंद नहीं थी। इरफान के घर में कोई टीवी और फिल्म की बात करना भी ठीक नहीं मना जाता था, उनके पिता को नाच गाना रास नहीं आता था। इसी के चलते इरफान खान ने यह तय किया कि वह कुछ अलग फिल्मों में अपने अभिनय के हुनर का इस्तेमाल करेंगे ना कि नाच गाने वाली फिल्मों में नजर आएंगे । इरफान खान ने फिल्मों की दुनिया में कदम रखने से पहले अपना नाम छोटा कर लिया था। इरफान ने अपने नाम से खान सरनेम तक हटा दिया था और सिर्फ इरफान कर लिया था। इरफान खान ने साल 1988 में सलाम बॉम्बे (Salam Bombay) से अपना डेब्यू किया, लेकिन उनकी इस फिल्म में उनका रोल ही काट दिया गया, जिसके बाद इरफान पूरी रात नहीं सोए थे। इस बात को इरफान में मीडिया इंटरव्यू में स्वीकारा था। अपने करियर के शुरुआती दिनों में इरफान खान को बॉलीवुड में काफी संघर्ष (Struggle) करना पड़ा। इरफान खान ने सीरियल तक में काम किया है। इरफान खान ने जय हनुमान सीरियल (Hanuman Serial) में काम किया था, जिसमें उन्होंने ऋषि बाल्मीकि (Rishi Valmiki) का रोल प्ले किया था, लेकिन वह एक ही दिन में शूटिंग से भाग गए थे। इरफान खान को लाइफ का सबसे बड़ा ब्रेक विशाल भारद्वाज की फिल्म मकबूल (Maqbool) में मिला था। इसके बाद खलनायक के रोल में इन्होंने हासिल में अपनी अदाकारी की छाप कुछ ऐसी छोड़ी कि वह फैंस के दिलों पर राज करने लगे।
इरफान ने फिल्मों के साथ टीवी में भी किया था काम
इरफान खान ने एक इंटरव्यू में यह बात मानी है कि उन्होंने कई फिल्में तो पैसों के लिए की है जो उन्हें करनी नहीं थी, लेकिन उन्हें पैसे कमाने थे, इसलिए उन्होंने उन प्रोजेक्ट को साइन किया। एक फिल्म मल्लिका शेरावत (Mallika Sherawat) की भी थी जिसमें में वह शामिल थे। कड़े संघर्ष के बाद साल 2010 के बाद इरफान खान बॉलीवुड में एक कमर्शियल स्टार (Commercial Star of bollywood) के तौर पर स्थापित हो चुके थे। इरफान खान ने कंगना रनौत (Kangana Ranaut) से लेकर लारा दत्ता (Laara Dutta), दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone) से लेकर ऐश्वर्या राय (Aishwarya Rai) के साथ तक रोमांस (Romance) किया है। वही कीर्ती कुल्हाड़ी के ऑपोजिट ब्लैकमेल में नजर आए थे। इरफान खान ने टीवी का साथ भी नहीं छोड़ा उन्होंने बनेगी अपनी बात, चाणक्य और स्टार बेस्टसेलर्स जैसे सीरियल में काम किया और उसके बाद उन्होंने एक शो भी होस्ट किया जिसका नाम मानो या ना मानो था।
इन फिल्मों से फैंस के दिल पर इरफान ने छोड़ी छाप
इरफान खान ने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (National School of Drama) से पढ़ाई करने के बाद हिंदी सिनेमा (Hindi Cinema) में अपनी किस्मत आजमाने का सोचा। इरफान ने अक्सर लीग से हटकर ही फिल्मों में काम किया है। इरफान खान ने हैदर (Haider) में रूदार का किरदार निभाया जो लोगों को भुलाए नहीं भूलता है। जंजीर से बंधा हुआ रुदार कहता है कि दरिया भी मैं, दरखास्त भी मैं, झेलम भी मैं, चुनाव भी मैं देर भी हूं हरम में हूं शराबी हूं सुननी भी हूं मैं हूं पंडित मैं था मैं हूं और मैं ही रहूंगा, ये लम्हा मानो दर्शकों की आंखों में इस तरह बस गया कि वह अपनी आंखों से आंसू ना रोक पाए। वही पान सिंह तोमर (Pan Singh Tom,ar) में इरफान खान का किरदार कुछ इस तरह था कि जिस ने यह साबित कर दिया कि किरदार कोई भी हो वह हर किरदार को बखूबी निभा सकते हैं। पान सिंह तोमर में वह भारतीय सेना (Indian Arm) के जवान बने थे, जिसने भारत के गेम्स में गोल्ड मेडल अपने नाम किया था। लेकिन कुछ परिस्थितियों के दबाव में आने के बाद वह सिस्टम के खिलाफ हो गए थे। वही लंचबॉक्स (Lunch Box) जैसी कुछ ऐसी चुनिंदा फिल्में भी हैं जो बॉलीवुड में बहुत कम बनती है, लेकिन एक अलग ही छाप छोड़ जाती है। इसमें वह साजन फर्नांडिस के किरदार में नजर आए थे। इरफान को ऐसे किरदार में देखना दर्शकों के लिए एक अलग ही अनुभव था। एक ऐसा आदमी जो कड़क मिजाज का है किसी से ज्यादा मतलब नहीं रखता है, लेकिन लंच के डब्बे की मदद से वह अपना दिल दे बैठता है। फिर इरफान खान की मूवी हिंदी मीडियम (Hindi Medium) आई जिसने लोगों के दिलों दिमाग पर कुछ ऐसी छाप छोड़ी कि आज भी लोग अंग्रेजी मीडियम (Angrezi Medium) में निभाए इरफान के रोल को नहीं भूल सकते है। हिंदी मीडियम इस फिल्म में वह कॉमेडी करते हुए भी नजर आए और रुलाते हुए भी। वहीं पीकू और तलवार जैसी फिल्मों में एक मजेदार और काफी स्ट्रांग रोल प्ले करते हुए नजर आए। इरफान खान ने ये साबित कर दिया कि हीरो होने के लिए आपको मस्कुलर बॉडी, गोरा बदन और लुक्स की जरूरत नहीं है। इरफान खान एक ऐसे अदाकार हैं जिन्होंने डॉयलोग के साथ-साथ अपनी आंखों से भी किरदार निभाया है और अभिनय किया है।
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हॉलीवुड में भी इरफान ने मनवाया लोहा, इन अवार्ड से हुए सम्मानित
इरफान खान ने 16 साल के अपने करियर में ना सिर्फ हिंदी फिल्में की बल्कि इन्होंने हॉलीवुड और ब्रिटेन फिल्मों में भी अपना लोहा मनवाया। इरफान खान लाइफ ऑफ पाई (Life of Pie), जुरासिक वर्ल्ड (Jurrasic World), spider-man इन फिल्मों में नजर आए। इरफान खान की अदाकारी को ना सिर्फ देश में सराहा गया बल्कि हॉलीवुड में उनकी कला को सम्मानित किया गया। साल 2011 में इरफान खान को अपने योगदान के लिए भारत सरकार द्वारा पद्म श्री (Padmn Shree) से नवाजा गया। वही उन्हें पान सिंह तोमर में अभिनय करने के लिए नेशनल अवार्ड से भी पुरस्कृत किया गया। आईटीए फिल्म फेयर अवार्ड (ITA Film Fare Awards) में भी वह 5 अवॉर्ड अपने नाम कर चुके है, जिसमें हासिल फिल्म के लिए उन्हे बेस्ट एक्टर इन निगेटिव रोल के लिए अवॉर्ड मिला। वहीं लाइफ इन ए मेट्रो में उन्हें बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का अवार्ड मिला। पान सिंह तोमर के लिए बेस्ट एक्ट क्रिटिक्स का खिताब मिला। हिंदी मीडियम में उन्हें बेस्ट सेक्टर का किताब मिला और हाल हि में 2021 में अंग्रेजी मीडियम के बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड मिला जिसको उनके बेटे द्वारा लिया गया। वही इरफान खान की मूवी लांचबॉक्स ने कई इंटरनेशनल अवार्ड जीते है जिसमें लंच बॉक्स के लिए दुबई इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल (Dubai International Film festival) में उन्हें बेस्ट एक्टर अवार्ड दिया गया। एशियन फिल्म अवॉर्ड (Asian Film Awards) बेस्ट एक्टर का अवार्ड दिया, एशिया पेसिफिक फेस्टिवल (Asia Pacific Festival) आउटस्टैंडिंग अचीवमेंट अवार्ड (Outstanding Achievement Award) से नवाजा गया। वही स्क्रीन अवार्ड (Screen Award) से भी उऩ्हे सम्मानित किया गया। गौरतलब है कि इस साल के 93वें ऑस्कर अवार्ड में इरफान को याद किया गया। इरफान के परिवार में कुल तीन भाई बहन है ,जिसमें से एक बहन है और दो भाई हैं। साल 1995 में इरफान ने अपनी लोंग टर्म गर्लफ्रेंड सुतापा से विवाह कर लिया था। रूपा और इरफान के दो बेटे बाबुल और अयान है।