West Bengal Election 2021

West Bengal Election 2021: मोदी या ममता? बंगाल में आखिर किसकी होगी सरकार?

भारत राजनीति

बंगाल मतदान (West Bengal Election 2021) अपने आखिरी चरण पर लगभग पहुँच चुका है। लेकिन अभी भी यह बता पाना मुशकिल है कि यहाँ किसकी सरकार बनने जा रही है। भाजपा एवं ममता बनर्जी की तृणमुल कांग्रेस दोनो पार्टियों ने अपनी सरकार गठन करने के लिये एङी चोटी एक कर दी है। ममता ने हर तरफ से भाजपा को घेरा है, चाहे वह किसान आन्दोलन की बात हो या नागरिकता संशोधन विधेयक या फिर गैस सिलेन्डर के बढ रहे दाम, हर तरफ से भाजपा की सरकार पर सवाल उठाये है। इतना ही नहीं बंगाल में बेरोजगारी कम करने, कृषकों को प्रत्येक वर्ष 6 हजार रुपये बढा कर 10 हजार, विध्यार्थीयों को  जरुरत पङने पर स्टूडेंट लोन उपलब्ध कराने का वादा किया है। नन्दीग्राम में हुये हमले के बाद ममता ने अपनी रैलियां नहीं रोकी बल्कि व्हील चेयर के सहारे अपनी रैलियों को सम्बोधित की। ममता दीदी ने टॉलीवुड के मशहुर दिग्गजों जैसे की सायोनिका बनर्जी, दिपांकर डे, कौशानी मुखर्जी, शायनी घोस एवं ऐसे ही अन्य दिग्गजो को अपनी पार्टी की तरफ आकर्षित किया है।

वहीं भाजपा भी कहां पीछे रहने वालों मे से थी, उन्होनें भी टॉलीवुड एवं बॉलीवुड के मशहुर अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती को अपने तरफ करके बंगाल की जनता को अपनी तरफ आकर्षित कर लिया। इसके अलावा श्राबन्ती चतर्जी, पायल सरकार, यश दास गुप्ता जैसे मशहुर कलाकार भाजपा में जुङे हैं। सरकार गठन के बाद भाजपा ने बंगाल की जनता से नागरिकता विधायक बिल पर सुधार करने एवं बंगाल को वापस से सोनार बंगाल बनाने का वादा किया है। दोनों ही पार्टियाँ एक दूसरे को जबरदस्त टक्कर दे रही है।

बंगाल में भाजपा को किन मुश्किलो का सामना करना पर सकता है (West Bengal Election 2021 )

का बंगाल में सरकार बनाना थोङा मुश्किल जरुर है पर नामुम्कीन नहीं है। पिछली इलेक्सन में भाजपा ने 42 मे से 18 सीटे लाकर सबको चकित जरुर कर दिया था लेकिन इस बार थोङा चुनौतियों का सामना करना पर सकता है जैसे कि देश में हो रहे किसान आन्दोलन। हालांकि किसान आन्दोलन का असर बंगाल में काफी कम देखने को मिला है लेकिन यह एक बहुत ही गंभीर मुद्दा है और इसे नजर अंदाज नहीं किया जा सकता है। इसके बाद आता है नागरिकता विधायक बिल, इस बिल के आते ही बंगाल समेत असम में भी काफी बवाल हुए, विपक्षी दलों ने इसे खारिज करने पर काफी जोर दिये थे लेकिन इस बार भाजपा ने इसमे सुधार करने का वादा किया है। इसके अलावा राम मंदिर और जम्मु कश्मिर से 370 को हटाए जाने का भी असर थोङा बहुत देखने को मिल सकता है।

तृणमूल ने भाजपा पर EVM की हेरा फेरी का भी आरोप लगाती आई है। खैर यह कोई नई बात नहीं है, केवल तृणमूल ही नहीं अन्य विपक्षी पार्टीयों ने भी कई बार यह इल्जाम लगाया है, लेकिन हाल ही में तृणमूल के नेताओं के घर से EVM मशीनों के बरामद होने हर इलेक्सन पर नया मोङ देखने को मिल सकता है। ममता बनर्जी नन्दीग्राम से भाजपा के उम्मीदवार सुभेन्दू अधिकारी के खिलाफ खङे होकर जनता को उलछन में डाल चुकी है क्योकि नन्दीग्राम सुभेन्दू का गढ है और सुभेन्दू पहले तृणमूल के नेता हुआ करते थे और नन्दीग्राम से चुनाव लङते थे। यह अनुमान लगाया जा सकता है की नन्दीग्राम की सीट पर जबरदस्त संग्राम घिरा हुआ है। इस बार का इलेक्सन ममता दीदी के लिए भी काफी चुनौतियों से भरा हुआ है, ममता बनर्जी का भतीजा और उनकी बीबी कोयला घोटाले में फँसे हुए है जिसके कारण तृणमूल को सीटों में हानि भी हो सकती है।

भाजपा एवं तृणमूल दोनो ही पार्टियों ने सरकार बनाने के लिए काफी मेहनत कर रही है, दोनों ही पार्टियां अपनी रैलियों के जरिए एक दूसरे पर तंज कसते हुए एक दूसरे की गलतियों को जनता के सामने ला रहे है। कोरोना जैसे महामारी के समय में दोनों ही पार्टियां बिना किसी नियमो का पालन किये भीङ से भरे रैलियो को संबोधित करते हुए नजर आ रहे है।

खैर दोनो ही पार्टियां शांतिपूर्ण मतदान चाहते है। यदि बंगाल में भाजपा की सरकार का गठन होता है तो यह भाजपा के लिए राम मंदिर के निर्माण के जीत से भी बहुत बङी जीत होगी। ऐर यदि तृणमूल की जीत होती है तो यह ममता के लिए तीसरी बार लगातार मुख्यमंत्री बनने का अवसर प्राप्त होगा।

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8 thoughts on “West Bengal Election 2021: मोदी या ममता? बंगाल में आखिर किसकी होगी सरकार?

  1. बंगाल की बहुत अच्छी खबर हमें ऐसे ही देते रहे। Keep it up.

  2. West Bengal Election 2021 – देख लेना बंगाल में ममता की होगी सरकार।

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