पुदीना, इस नाम से तो सभी अच्छी तरह से परिचित है। पुदीने का सेवन अनेक रोगों से मुक्ति भी दिलाता है (Benefits of Mint Leaves in Hindi) अक्सर घरों में चटनी के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है और पुदीने की चटनी बहुत स्वादिष्ट भी है लेकिन क्या आप यह जानते है कि पुदीना केवल स्वादिष्ट ही नही बल्कि सेहत के लिए बहुत उपयोगी होता है। वैसे तो इसकी सुगंध में अलग सी ही एक ताजगी का अनुभव होता है इसलिए इसका इस्तेमाल टुथपेस्ट, चूइंग गम, माउथवॉश और कुछ कैंडी में भी किया जाता है। इसमे मेंथॉल होता है जिस वजह से इसके इस्तेमाल से शरीर और मन दोनो ही ठण्डे हो जाते है। आइये देखते है पुदीना कितना लाभदायक होता है।
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पुदीने के उपयोग से लाभ || Benefits of Mint Leaves in Hindi || पुदीने के फायदे और नुकसान
पुदीने का उपयोग चाय या फिर सलाद में भी किया जाता है। यह बहुत गुणकारी होता है क्योकि इसमें विटामिन सी, मैंगनीज और कॉपर पाया जाता है। इतना ही नही एंटीवायरल और एंटीऑक्सीडेंट के रूप में भी यह काम करता है। जिस वजह से यह कई रोगो से भी बचाता है जैसे कि
सिर दर्द होने पर करें पुदीने का उपयोग
अक्सर ऐसा देखा गया है कि सिर दर्द होने पर लोग चाय का सेवन करते है, जिससे की सिर दर्द में राहत मिलती है। यदि चाय में थोङा पुदीना डाल दिया जाए तो यह जल्द ही सिर दर्द ठीक कर देता है। विशेष रुप से यदि आपको माइग्रेन (Migraine) जैसी समस्या है तो पुदीना का चाय का सेवन जरुर करे। यह केवल सिर दर्द ही ठीक नही करता बल्कि रक्त के प्रवाह में भी सुधार लाता है और पुदीना का तेल स्मरण क्षमता को मजबूत रखता है।
अस्थमा होने पर करें पुदीने के उपयोग
यदि आप अस्थमा जैसी बीमारी से गुजर रहे है तो आज से ही पुदीने का सेवन करना शुरू कर दीजिए। क्योकि पुदीना अस्थमा जैसे रोगो से लङने में बहुत सक्षम है। दरअसल यह कफ को कम करता है और फेफङे एवं श्वासनली से बलगम को बाहर निकाल कर अस्थमा के लक्षणो को दूर करता है।
मांसपेशियो मे दर्द से दिलाता है निजात
यदि आप अपने मांसपेशियो में दर्द का अनुभव कर रहे है तो जैतुन या फिर बादाम के तेल में थोङा सा पुदीना का तेल मिला कर लगा ले इससे मांसपेशियों में होने वाले दर्द से तुरन्त आराम मिल जाता है। इसमें उपलब्ध मेंथॉल मांसपेशियो में रहे सूजन को ठीक करने में अहम भूमिका निभाता है।
पाचन क्रिया में पुदीने के फायदे
पुदीना के सेवन से पेट की मांसपेशियो को आराम मिलता है, यह पित्त रस के प्रवाह को बढा देता है और हमारे शरीर के पाचन क्रिया में सुधार लाता है इतना ही नही यह पाचक इंजाइम्स को भी बढावा देता है जिससे पाचन क्रिया उत्तेजित हो सके।
मुहासों को मिटाने में असरदार है पुदीना
पुदीना में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाया जाता है जो मुहांसो से लङकर उसे खत्म करने में मदद करते है। पुदीना का रस को अपनी त्वचा पर अच्छी तरह से लगाए 15-20 मिनट बाद इसे ठण्डे पानी से धो ले, इस विधि को दिन में दो बार दोहरायें और कुछ ही दिनो में इसका असर दिख जाएगा और मुहासे गायब हो जायेंगे।
बालो को बढाने में सहायक है पुदीना
पुदीना बालो के विकास के लिए अहम भूमिका निभाता है। पुदीना का तेल को किसी भी तेल के साथ मिलाकर उसे अपने बालो पर लगाए और अपने सिर की अच्छे से मालिश करे। करीबन 40-45 मिनट बाद सिर को शैम्पू से धो ले, इससे सिर के रुसी गायब हो जाएगा और साथ में बालो का विकास भी अच्छे से होने लगेगा।
चिन्ता मुक्त रहना है तो करें पुदीने का सेवन
पुदीना का सेवन से शरीर में अलग ही ताजगी अत्पन्न होता है और साथ ही साथ यह शरीर को तनाव से भी मुक्त रखता है। पुदीना का तेल को एक रूमाल में लगाकर उसकी सुगन्ध का आनन्द ले ऐसा करने से मस्तिष्क को काफी राहत मिलती है और तनाव भी दूर हो जाता है। या फिर नहाने के समय पुदीना का तेल की कुछ बुँदे नहाने के पानी में मिला ले और उस पानी से स्नान करे जिससे कि सारी थकान तुरन्त गायब हो जाएगी।
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सावधानी भी बरतें
वैसे तो पुदीना का सेवन से कोई हानि नही होती है लेकिन फिर भी इसका सेवन एक लिमिट में ही करे इसका इस्तेमाल कभी कभी गुर्दे की विफलता का कारण बन सकता है। पुदीना एक तरह की जङी बूटी ही है तो इसका अधिक सेवन करने से पहले डॉक्टर से परामर्श जरुर कर ले। क्योंकि पित्त पथरी वाले मरीजो को इसका सेवन करने से मना किया जाता है। आमतौर पर तो पुदीना का सेवन को सुरक्षित माना गया है लेकिन इसका इस्तेमाल थोङी मात्रा में ही और डॉक्टर के परामर्श से ही करे।