नोबेल पुरष्कार

अब तक कितने भारतीयों को नोबेल पुरस्कार मिला है || Person Who got Nobel Prize in India

भारत मनोरंजन

नोबेल पुरस्कार जीतने वाले पहले भारतीय का नाम तो सब जानते है। लेकिन क्या यह जानते है कि अब तक कितने भारतीयों को नोबेल पुरस्कार मिला है। रविन्द्र नाथ टैगोर, मदर टेरेसा, अमर्त्य सेन के बारे में सभी जानते है। लेकिन इनके अलावा भी कई भारतीयों ने नोबेल पुरस्कार जीता है जिनके बारे में आज इस आर्टिकल में जानेगे।

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नोबेल पुरस्कार जीतने वाले भारतीय || Person who got Nobel Prize in India

नोबेल पुरस्कार जीतने वाले भारतीयों में सबसे पहले रवीन्द्र नाम टैगोर की बात करेगे। जी हाँ क्योंकि ये पहले भारतीय रहे है जिन्हे नोबेल पुरस्कार मिला था।

 

रवीन्द्र नाथ टैगोर (Rabindranath Tagore) – 1913

रवीन्द्र नाथ टैगोर को नोबेल पुरस्कार 1913 में साहित्य के लिए दिया गया था। रविन्द्र नाथ का जन्म 7 मई 1861 में हुआ था। वह मुख्य रुप से कवि, संगीतकार, गीतकार, कहानीकार, चित्रकार, नाटककार और निबंधकार के रुप में जाने जाते है। रवीन्द्र नाथ को यह पुरस्कार उनके कविताओं की किताब गीतांजली के लिए दिया गया था।

 

चन्द्रशेखर वेंकट रमन (Sir Chandrasekhara Venkata Raman) – 1930

सर वेंकट रमन वह पहले भारतीय है जिन्हे भौतिक शास्त्र के लिए नोबेल पुरस्कार दिया गया था। तमिलनाडु में जन्मे इस महान पुरुष को यह पुरस्कार 1930 में मिला था। वेंकट रमन को उनके विज्ञान जगत के आविष्कार जिसे हम रमन इफेक्ट से जानते है उनके लिए दिया गया था।

 

हर गोविन्द खुराना (Har Gobind Khorana) -1968

हर गोविन्द खुराना को नोबेल पुरस्कार चिकित्सा के क्षेत्र में मिला था। इन्होने इलेक्ट्रॉन पर काम किया था और जेनेटिक कोड की व्याख्या और प्रोटिन संश्लेषण में इसकी भूमिका का पता लगाया था जिस वजह से उन्हे इस महान पुरस्कार से नवाजा गया था।

 

मदर टेरेसा (Mother Teresa) – 1979

मेसिडोनिया में जन्मी इस महान नारी ने अपना पूरा जीवन कलकत्ता में गरीबो की देख भाल में लगा दिया। गरीबी हटाने के लिए उन्होने मिशन ऑफ चैरेटि की स्थापना की। इतना ही नही उन्होने कुष्ठ रोगियो और ड्रग्स के लत के शिकार बने लोगो के लिए निर्मल हृदय नामक संस्था की भी स्थापना की थी। साल 1979 में उन्हे शान्ति के लिए नोबेल पुरस्कार दिया गया था।

 

सुब्रमण्यम चन्द्रशेखर (Subrahmanyan Chandrasekhar) – 1983

सुब्रमण्यम चन्द्रशेकर, वेंकट रमन के भतीजे थे, उन्होने अपनी शिक्षा चेन्नई के प्रेसिडेंसी कॉलेज से पूरी की और फिर बाद में अमेरिका चले गए, वहाँ जाकर उन्होने सौरमण्डल और खगोलीय भौतिक शास्त्र सम्बंधित विषयों के बारे में अनेक किताब लिखी। उन्हे साल 1983 में भौतिक शास्त्र में नोबेल पुरस्कारसे नवाजा गया था।

 

अमर्त्य सेन (Amartya Sen) – 1998

अमर्त्य सेन का जन्म पश्चिम बंगाल में 1933 में हुआ था, इन्होने अपनी शिक्षा बंगलादेश की राजधानी ढाका से पूरी की थी। इन्होने देश एवं विदेश अनेक कॉलेजो में पढाया है और साथ ही साथ विकास और कल्याण पक्षो पर अनेक पुष्तकें लिखी। केवल भारत के नही बल्कि पूरे एशियाई देशो में अमर्त्य सेन वह पहले इन्सान है जिन्हे अर्थशास्त्र के लिए 1998 में नोबेल पुरस्कार दिया गया था।

 

वी एस नायपॉल (VS Naipaul) – 2001

वी एस नायपॉल का जन्म भले ही ट्रिनिदाद में हुआ था लेकिन वह मूल निवासी भारत के थे। बाद में वे ब्रिटेन चले गये और वही की नागरिकता ले ली। नोबेल पुरस्कार से पहले उन्हे ब्रुकर प्राइज और फिर 1990 में ब्रिट्रेन की सरकार नें उन्हे नाइटहुड से सम्मानित किया। साल 2001 में उन्हे साहित्य के लिए नोबेल पुरस्कार दिया गया था।

 

राजेन्द्र कुमार पचौरी (Rajendra Kumar Pachauri)- 2007

आर के पचौरी को नोबेल पुरस्कार साल 2007 में जलवायु परिवर्तन के क्षेत्र में मिला था। दरअसल उनका रिसर्च जलवायु परिवर्तन पर था और 2007 में संयुक्त राष्ट्र की जलवायु परिवर्तन की कमेटी के साथ संयुक्त रुप से इस पुरस्कार से नवाजा गया था।

 

वेंकट रामाकृष्णन (Venkatraman Ramakrishnan)- 2009

वेंकट रामाकृष्णन का जन्म तमिलनाडु में 1952 मे हुआ था, यह पढे लिखे घर से ताल्लुक रखते है। उन्हे राइबोजोम की संरचना और उसके कार्यप्रणाली के शोध में रसायन विज्ञान में साल 2009 में नोबेल पुरस्कार मिला।

 

कैलाश सत्यार्थी (Kailash Satyarthi)- 2014

कैलास सत्यार्थी को बाल मजदूर के उन्मोलन और बच्चो के शिक्षा के अधिकार के लिए साल 2014 में नोबेल पुरस्कार मिला था। सत्यार्थी अपनी इन्जीनियरिंग की पढाई पूरी करके शिक्षा के क्षेत्र से जुङ गए। उन्होने छोटे बच्चो के बाल मजदूरी और बंधुआ मजदूरो के लिए आवाज उठाई थी।

 

अभिजीत बनर्जी (Abhijit Vinayak Banerjee) – 2019

साल 1961 में जन्मे अभिजीत बनर्जी ने अपनी शिक्षा कलकत्ता यूनिवर्सिटी और जेएनयू से पूरी की फिर बाद में वह हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से पीएचडी की। उन्हे 2019 में गरीबी हटाने के क्षेत्र में काम करने के लिए नोबेल पुरस्कार मिला, इतना ही नही यह पुरस्कार उनके साथ साथ उनकी पत्नी को भी मिला है। इसी के साथ नोबेल पुरस्कार जीतने वाले वह दशवें भारतीय बन चुके है।

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यह नोबेल पुरस्कार जीतने वाले महान भारतीय है। जिन्हे उनके काम को लेकर यह सम्मान मिला है। आगे भी अनेक मौके है जहाँ ऐसे ही भारतीयों को नोबेल पुरस्कार से सम्मनित होते हुए देखा जा सकता है।

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