यह वक्त सिर्फ वायरस से डरने या डराने का नहीं है, बल्कि जागरूक रह कर कोरोना वायरस (Coronavirus) से लड़ने का है, वरना कब एक छोटी-सी लापरवाही का फायदा उठाकर वायरस दोनों फेफड़ों को अपना घर बना लेगा, पता भी नहीं चलेगा और उसके बाद इलाज के बहाने व्यापार करने के लिए बड़े-बड़े लोग तो दुकान खोलकर बैठे ही हैं। बड़े से बड़ा डॉक्टर कह रहे हैं कि कोरोना का इलाज घर पर रहकर भी संभव है क्योंकि 90 फीसदी लोगों में हल्के लक्षण (Mild Symptoms) होते हैं, जिसका घर पर होम ट्रीटमेंट (Home Treatment) हो सकता है तो चलिए आज हम आपको कोरोना के नए स्ट्रेन के लक्षण (Symptoms) और घर पर यानी होम क्वारंटाइन (Home Quarantine) रहकर इलाज करने के तरीके के बारे में बताते हैं।
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कोरोना वायरस के नए लक्षण (Symptoms) क्या हैं ?
सबको पता है कि कोरोना का बुखार (Fever) ही सबसे बड़ा लक्षण (Symptoms) है, लेकिन इस समय कई लोगों में पहला लक्षण (Symptoms) बुखार नहीं होता है। नाक बहना, आंख लाल हो जाना, गले में खराश होना, हेडेक (Headache) होना, बदन दर्द करना, नौजिया (Nausea), वोमिटिंग (Vomiting), डायरिया, रैशेज (Rashes) पड़ जाना, इस समय ये अलग-अलग तरीके के कोविड (Covid 19) लक्षण हैं। कुछ लोगों में बाद में बुखार (Fever) आता है तो कुछ लोगों में हल्का सा बुखार आता है। महत्वपूर्ण ये है कि आज-कल जहां काफी तेजी से संक्रमण लोगों में फैल रहा है अगर इनमें से कोई भी लक्षण (Symptoms) आप में हो तो उसे कोरोना ही मान कर चलें, जब तक कि साबित ना हो जाए।
कोरोना के लक्षण होने के बाद क्या करें ?
सबसे पहले आपको RT PCR टेस्ट करने की जरूरत है। हालांकि संक्रमण बहुत तेजी से फैल रहा है इसलिए कई जगह RT PCR टेस्ट के लिए वेटिंग लिस्ट है। अगर आप किसी तरह करा भी लेते हैं तो कई जगह 3-4 दिन में रिपोर्ट आती है तो ऐसे में आपको रिपोर्ट का इंतजार नहीं करना हैं, तुरंत उसे कोरोना मान कर अपने आप को होम क्वारंटाइन (Home Quarantine) कर लें। इस समय जिस तेजी से संक्रमण फैल रहा है, उसे रोकने का यही तरीका है कि हर वो व्यक्ति जिसमें ऊपर दिए लक्षण (Symptoms) में से कोई भी लक्षण हैं तो टेस्ट रिपोर्ट आने से पहले अपने आप को क्वारंटाइन (Quarantine) कर लें। हालांकि टेस्ट रिपोर्ट अगर निगेटिव भी आए और आप में ऊपर दिए लक्षण में से कोई भी लक्षण हैं तो भी आप कुछ दिनों के लिए क्वारंटाइन (Quarantine) ही रहें। क्योंकि 35-40 फीसदी केस में कोरोना के बावजूद रिपोर्ट निगेटिव आती है। अगर आप पॉजिटिव (Positive) भी आते हैं तो पैनिक होने की जरूरत नहीं है, हां सतर्क रहने की जरूरत है। सबसे पहले आइसोलेट (Isolate) हो जाएं, फिर आप ये सिक्स M अपनाएं और कोरोना को दूर भगाएं।
क्या है सिक्स M और कैसे करेगा काम ?
- मिक्सिंग (Mixing)
- मेडिसिन (Medicines)
- मॉनिटरिंग (Monitoring)
- मिल्स (Meals)
- माइडसेट (Mindset)
- मूवमेंट (Movement)
1. मिक्सिंग (Mixing)
हल्के लक्षण (Mild Symptoms) दिखते ही खुद को घर वालों से अलग कर लें, अपने परिवार से बिलकुल न मिलें। घर के एक कमरे में अपने आप को बंद कर लें। अगर उस कमरे में बाहर से खुलने वाली खिड़कियां और दरवाजा है तो उसे खोल लीजिए, बाथरूम का एग्जॉस्ट फैन ऑन कर दीजिए, इससे आपके सांस से निकलने वाली जितनी भी हवा है वो घर की तरफ जाने के वजह बाहर चला जाएगा और घर वालों में संक्रमण फैलने का चांस कम हो जाएगा। खाना घर वालों को कमरे के बाहर ही रखने को बोलें और आप अच्छी तरह से मास्क लगा कर ही बाहर से खाना लें। साथ ही खाना डिस्पोजल थाली में ही खाएं। ऐसे करने से संक्रमण चेन टूटेगी।
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2. मेडिसिन (Medicines)
अब बात होम क्वारंटाइन (Home Quarantine) में मेडिसिन क्या-क्या लेना चाहिए। बुखार के लिए आप पेरासिटामोल (Paracetamol) ले सकते हैं। अगर फिर भी बुखार ना उतरे तो ठंडे पानी की पट्टी हाथ, पैर और माथे पर लें। कोरोना में सबसे जरूरी दवा पेरासिटामोल (Paracetamol) है। इसके अलावा आप विटामिन सी (Vitamin C), विटामिन डी (Vitamin D), जिंक (Zinc) भी ले सकते हैं, लेकिन उससे कोई बहुत ज्यादा फायदा नहीं होगा। मगर इसे लेने से कोई नुकसान भी नहीं होगा।
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3. मॉनिटरिंग (Monitoring)
मॉनिटरिंग आपको कई चीजों की करनी है जैसे कि शरीर का टेंपरेचर हर 4-4 घंटे पर चेक करते रहें। पल्स ऑक्सीमीटर (Pulse Oximeter) से समय समय पर अपना ऑक्सीजन (Oxygen) लेवल चेक करते रहें। ऑक्सीजन स्तर 94 से ज्यादा रहना चाहिए। अगर आपका ऑक्सीजन लेवल लगातार 94 से कम है तो ये खतरे का इशारा है।
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4. मिल्स (Meals)
कोरोना मरीज अपने खाने का विशेष तौर पर ध्यान रखें। बुखार होने पर खाना बिलकुल ना छोड़ें और जंक फूड (Junk Food) ना खाएं। कम फैट वाला और प्रोटीन वाला खाना ज्यादा से ज्यादा लें, इसके लिए आप अंडा, सोयाबीन, पनीर खा सकते हैं। चिकनाई वाला खाना तो बिलकुल ही ना खाएं, नॉनवेज कम घी में बना हुआ ही खाएं। ताजा फल ज्यादा से ज्यादा मात्रा में लें और ताजा फलों का जूस भी आप पी सकते हैं लेकिन डिब्बाबंद जूस यानी बाहर के जूस को अवाइड करें। हर आधे घंटे पर कुछ ना कुछ खाते रहें और पानी 24 घंटे में ढाई लीटर से ज्यादा पीएं।
5. माइडसेट (Mindset)
सबसे अहम है आपका माइडसेट, ऐसे समय में लोग कोरोना का नाम सुनते ही बहुत ज्यादा घबरा जाते हैं, जिससे बीमारी उन पर और हावी हो जाती है। लेकिन आप मानसिक तौर पर परेशान न हो। इसके लिए आप परिवार वालों से फोन पर बात करते रहें और दिमाग में पॉजिटिव विचार लाएं। योगा भी आप कर सकते हैं और ईश्वर में अपना ध्यान लगाएं। अगर आप पॉजिटिव रहेंगे तो आप जल्दी ठीक हो जाएंगे, लेकिन अगर आप पैनिक रहेंगे तो आप के लिए ये खतरनाक साबित होगा।
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6. मूवमेंट (Movement)
अब मूवमेंट, मूवमेंट से यहां मतलब कि किस स्थिति में कोरोना मरीज को अस्पताल जाने की जरूरत है। अगर आपका ऑक्सीजन लेवल 94 से कम आता है तो आपको तुरंत अस्पताल से संपर्क करना चाहिए। लेकिन इस में भी पैनिक करने की जरूरत नहीं है, आप 2-3 बार चेक करके देखें अगर लगातार ऑक्सीजन लेवल कम हो रहा है और सांस लेने में समस्या है तो ही अस्पताल जाएं। यानी अस्पताल में भर्ती होना अंतिम विकल्प ही मानें।