पत्रकार Pakistani journalist Hamid Mir

पाकिस्तान में पत्रकार हामिद मीर को क्यों छोङना पङा जीओ टीवी न्यूज चैनल?

दुनिया

पत्रकार को लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ माना जाता है, लेकिन पाकिस्तान में अब चौथा स्तम्भ कहे जाने वाले पत्रकार को भी दबाया जा रहा है। अभी कुछ ही दिन पहले पाकिस्तान के एक मशहुर वरिष्ठ पत्रकार हामिद मीर को सरकार और सेना के खिलाफ सवाल पूछने के वजह से उन्हे न्यूज पढने से रोका गया। बात इतनी आगे बढ गई कि उनको शो करने से भी रोका गया और चैनल से भी निकाल दिया गया। लेकिन ऐसा क्या हुआ था जिस वजह से पाकिस्तानी पत्रकार हामिद मीर को इतनी बङी सजा मिली कि उन्हे अपने शो एवं चैनेल से ही हाथ धोना पङ गया।

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पाकिस्तानी पत्रकार हामिद मीर को जीओ टीवी से निकालने की वजह

हामिद मीर पाकिस्तान के जिओ टीवी के एक मशहुर पत्रकार है, वह अपने प्राइम टाइम शो ‘कैपिटल टॉक’ के लिए जाने जाते है। दरअसल पत्रकार हामिद इन दिनो एक दूसरे पत्रकार के गिरफ्तारी के खिलाफ लगातार आवाज उठा रहे थे और साथ ही साथ कुछ दिन पहले उन्होने एक रैली में भाग लिया था जिसमें वे पाकिस्तान के सरकार इमरान खान और वहाँ के सेना के खिलाफ तीखी बयानबाजी करते नजर आये थे। बात यह थी कि स्वतंत्र पाकिस्तानी पत्रकार असद अली तूर के इस्लामाबाद स्थित घर में तीन अनजान लोगो ने हमला कर दिया था इतना ही नही वे तीनो उनके घरो में घुसकर असद अली को पीटा और उनके काम को लेकर चेतावनी भी दी थी। पत्रकार असद अली अपने आलोचनात्मक कवरेज के लिए प्रसिध्द है, वे ज्यादातर पाकिस्तान की सरकार और अपने सेना की कवरेज के लिए जाने जाते है। पत्रकार असद अली पर हुए हमले के बाद जियो टीवी के पत्रकार हामिद मीर ने इसका विरोध प्रदर्षण करते हुए अपने भाषण में पाकिस्तान की सेना को हमले का जिम्मेदार बताया है और साथ ही साथ अपने भाषण में उन्होने सेना के चीफ कमर जावेद बाजवा का भी नाम लिया था। यह कोई पहली बार नही हुआ है ऐसा इससे पहले भी पत्रकार हामिद मीर पर बलुचिस्तान प्रांत में सेना के द्वारा कथित अधिकारो के उल्लंघन पर किया गया एपिसोड को करने के बाद उनके ऊपर हमलावरो ने गोलीयां चलाई जिसमें हामिद बाल बाल बचे थे।

इस बार भी पत्रकार हामिद मीर के साथ कुछ ऐसा ही हुआ। अपने साथी पत्रकार के ऊपर हुए हमले के विरोध में प्रदर्षण के दौरान भाषण के बाद उन्हे उनके शो को करने से रोका गया और बार बार चैनल पर उन्हे निकालने के लिए दबाव भी बनाया गया, फिलहाल तो उन्हे चैनल से निकाल दिया गया है। उनके शो कैपिटल टॉक को ऑफ एयर कर दिया गया है, जियो न्यूज ने इस घटना के बाद बताया कि न्यूज की एडिटोरियल टीम और वकील भी जांच में जुटे है कि कहीं पत्रकार हामिद ने किसी नियम का उल्लंघन किया है या नही। जियो न्यूज का कहना है कि उनके पत्रकारो के ऊपर कई बार मारपीट भी कि गई है और कई झूठे आरोपों में भी फँसाया गया है। यह भी बताया की उनके ऊपर तानाशाही भी की गई और जिस वजह से चैनल को बहुत ज्यादा आर्थिक नुकसान का भी सामना करना पङा है।

पाकिस्तानी पत्रकार हामिद मीर की राय

जियो टीवी के पत्रकार हामिद मीर ने अपने ऊपर हुए बर्ताव पर कहा की यह सब उनके लिए कोई नई बात नहीं है। उन्हे इससे पहले भी चैनल से निकाला जा चुका है और कई बार धमकियां भी मिल चुकी है। इतना सब होने के बावजूद उन्होने यह भी बताया की वह इसके बाद भी चुप नहीं बैठेगें। हामिद मीर उन पत्रकारों में से एक है जिन्होने बिना डरे हमेंशा सरकार की नीति के अनुसार ही उनकी आलोचना करते आए है। नवाज शरीफ के समय में उनके ऊपर कई बार हमला कराया जा चुका है, इतना ही नहीं दफ्तर जाते वक्त उनके ऊपर गोलियां भी चलाई गई थी। एक बार जब हामिद ने नवाज शरीफ सरकार की अपने चैनल में आलोचना की थी तो शरीफ की सरकार ने जियो टीवी को ही एक महीने के लिए बंद करवा दिया था। इतना सब कुछ होने के बाद भी पत्रकार हामिद पीछे नही हटे।

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पत्रकारो पर हुए हमले को देख कर ऐसा लगता है कि पाकिस्तान में फ्रीडम ऑफ स्पीच (Freedom of Speech) केवल अब नाम के लिए ही बचा हुआ है। ऐसा प्रतीत होता है कि वहां की सरकार हमेशा पत्रकार एवं पत्रकारिता को दबाने की कोशिश करती है। जियो टीवी के पत्रकार हामिद मीर को चैनल से निकालने के बाद पाकिस्तान में सब जमकर बवाल कर रहे है। स्वयं इमरान खान के पार्टी के कुछ नेताओं ने भी इस पर निंदा की है। यह बात तो सच ही लगती है कि पाकिस्तान की सरकार केवल ISI और पाकिस्तानी सेना के अनुसार ही काम करती है और जो भी सरकार के खिलाफ आवाज उठाता है उनके ऊपर दबाव बना कर उन्हे चुप करा दिया जाता है।

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