COVID-19 का 2nd wave काफी क्षतिकारक सिध्द हो रही है। पिछले साल के मुकाबले इस साल का death rate बहुत तेजी से ऊँचाइयों को छू रहा है। यही नही पश्चिम बंगाल में हो रहे मतदान प्रकिया के साथ साथ वैज्ञनिकों ने कोरोना वायरस के एक नए वंश की उत्पत्ति की रिपोर्ट दी है, जिसमें राज्य में जनवरी से मार्च तक 15 प्रतिशत तक genomes शामिल हो सकते है। अब देखने वाली बात यह है कि यह और कितना घातक साबित हो सकता है।
वैसे तो इसमें कोई शक नहीं है की कोरोना ने जिस तरह से जकङ रखा है उससे जल्द छुटकारा मिल सकता है। Vaccine के लगने के बाद भी कई लोग COVID-19 positive हो रहे है। लेकिन अभी जो समस्या है वह यह है की कोरोना के केस दिन प्रतिदिन इतने बढ रहे है की अस्पतालों में बेड की कमी देखने को मिल रही है। कहीं कहीं तो एक ही बेड पर दो मरीजो को रख कर इलाज कर रहे है। सिर्फ यही नही अस्पतालो में बेड के साथ साथ ऑक्सिजन और Vaccine की भी किल्लत देखने को मिल रही है।
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COVID-19 अस्पताल में हो रहे कमियों का जिम्मेदार कौन?
COVID-19 इतने तेजी से फैल रहा है कि ऐसा प्रतीत होता है जैसे की इसे control करना अब मुश्किल हो गया है। कोरोना के मरीजो की संख्या रोज दो गुणा होती जा रही है और जिस वजह से अस्पतालो की भी हालत खराब होती जा रही है। मरीजों की संख्या अचानक से बढने के वजह से oxygen, vaccine, bed में कमी देखने को मिल रही है।
अब COVID-19 की ऐसी हालत में अस्पताल के प्रशासन को भी दोष नही दिया जा सकता है। क्योंकि वह लोग अपने तरफ से पूरी कोशिश कर रहे है। डॉक्टर एवं अस्पताल के अन्य कर्मचारी अपनी परवाह ना करके दिन रात एक करके मरीजों को ठीक करने में लगे है। कईयों ने तो मरीजो को ठीक करने में ही अपनी जान गवां दी।
अस्पताल में हो रहे कमियों का जिम्मेदार सरकार को माना जा सकता है। क्योंकि हमारी सरकार तो केवल लॉकडाउन लगाने में ही व्यस्थ है। लॉकडाउन में ध्यान न लगाकर यदि oxygen और vaccine की production में ध्यान देगी तो जल्द ही supply में तेजी आएगी।
सरकार को कौन से step लेने चाहिए
सरकार को सबसे पहले oxygen और vaccine नें तेजी लानी होगी, जिससे की मरीज जल्द ठीक होकर घर जा सके। vaccine का मूल्य हर जगह एक होना चाहिए, जिससे की सभी लोग अपने निक्कटम स्थान पर जाकर vaccine लगवा सके। जासे की अभी private hospitals में vaccine को मूल्य अलग है और सरकारी hospitals में अलग। कई राज्यों ने तो vaccine को फ्री कर दिया है, यह सही भी है क्योंकि यह COVID-19 किसी एक के वजह से नही हुआ है बल्कि पूरा देश इसकी चपेट में है तो सरकार को इसे प्रत्येक श्रेणी के लोगो के लिए मुफ्त कर देना चाहिए।
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इसके अलावा सरकार को COVID-19 के अस्पतालो की संख्या भी बढानी चाहिए जिससे की ज्यादा से ज्यादा मरीजों का इलाज संभव हो सके। खाली पङे घरों या hotels को COVID-19 अस्पतालो के रुप में तबदील कर देना चाहिए। oxygen की सप्लाई को बढाना होगा, क्योकि अभी सबसे ज्यादा जरुरत मरीजों के लिए oxygen ही है। oxygen कमी सभी राज्यों में हो रही है, और सभी केन्द्र सरकार पर निर्भर हो रखे है। कल ही नासिक में oxygen की मेन सिलेण्डर के लीक होने के वजह से 24 COVID-19 मरीजों की मौत हो गई। यह कहा जा सकता है की यह एक लापरवाही के वजह से दुर्घटना हुई है। मरीजों के लिए इस्तेमाल में आने वाला oxygen, बिना इस्तेमाल हुए ही waste गया जिससे कईयों की जानें भी चली गयी। ऐसी लापरवाही से बचना होगा नहीं तो हमें अपने मरीजों के लिए दूसरे देशो के आश्रित बैठना पङ जाएगा।
यह सब अकेले सरकार का ही नही बल्कि हमारा भी फर्ज बनता है कि हम भी अपना सहयोग दे जिससे की COVID-19 जैसी खतरनाक वायरस से जीत सके।