आज पूरा देश बाबा रामदेव (Baba Ramdev) के उत्पादों का उपयोग कर रहा है, जिसे हर कोई जानता है। लेकिन कुछ विवादित बयान के चलते बाबा रामदेव सुर्खियों में बने हुए है। जिन्होंने एक बहुचर्चित न्यूज चैनल के न्यूज शो में बाबा रामदेव ने एलोपैथी को लेकर विवादित बयान दिया था। इस तरह के बयान देने के बाद बाबा रामदेव (Baba Ramdev) सुर्खियों में है। बाबा ने जो भी बयान दिए है यह बयान देश के सभी डॉक्टरों को चुभ रहे है। शायद यही एक कारण है, जिसके चलते योग गुरु बाबा रामदेव (Baba Ramdev) के खिलाफ IMA (Indian Medical Association) उतर आया है और मोर्चा खोल दिया है। इस पूरे मामले को लेकर IMA (Indian Medical Association) ने बाबा रामदेव को एक कानूनी नोटिस भी दिया है। साथ ही कहा है कि बाबा रामदेव माफी मांगे। इसके जवाब में बाबा रामदेव ने सभी एलोपैथी डॉक्टरों को 25 सवाल जारी किए है। जो लगातार सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे है।
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IMA ने बाबा रामदेव को भेजा मानहानि का नोटिस
बता दें कि बाबा रामदेव (Baba Ramdev) के इस तरह के बयान के बाद पूरे देश में एलोपैथी और आयुर्वेद (Allopathic and Ayurveda) को लेकर एक युद्ध छिड़ गया है। IMA (Indian Medical Association) ने बाबा रामदेव के खिलाफ विरोध (Protest against Baba Ramdev) जताया है और 1 हजार करोड़ रुपए का मानहानि (Defamation) देने का भी नोटिस भेज दिया है। अब हम आपको बताते हैं कि आखिर बाबा रामदेव और एलोपैथिक दवाओं का क्या विवाद हुआ था, दरअसल बाबा रामदेव (Baba Ramdev) ने एलोपैथिक दवाओं (Allopathic medicine) और कोरोनावायरस (Coronavirus) के संबंध में विवादित बयान दिया था। बाबा (Baba Ramdev) ने कोरोनावायरस से हुए मौतों के लिए एलोपैथी चिकित्सा पद्धति को जिम्मेदार ठहराया था।
IMA HQs Press Release on 22.05.2021 pic.twitter.com/rrc1LXA24n
— Indian Medical Association (@IMAIndiaOrg) May 22, 2021
बाबा रामदेव ने एलोपैथी डॉक्टरों को 25 सवाल जारी किए थे
बता दे कि बाबा रामदेव ने एलोपैथी (Allopathy) को लेकर बयान दिया था, जिसे लेकर उन्होंने सोमवार को एलोपैथी से संबंधित 25 सवाल जारी किए थे। इन्हीं बातों को लेकर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (Indian Medical Association) ने बाबा रामदेव (Baba Ramdev) को नोटिस जारी किया है और कहा है कि बाबा रामदेव (Baba Ramdev) अपनी योग्यता बताए, इसके बाद ही हम उनके सवालों का जवाब देंगे। IMA ने कहा था कि अगर बाबा रामदेव ने 15 दिन के भीतर ही माफी नहीं मांगी, तो उनके खिलाफ सोशल मीडिया में बयान नहीं हटाए जाने को लेकर 1 हजार करोड़ रुपए की मानहानि (Defamation) का दावा ठोकेंगे।
मैं इंडियन मेडिकल एसोसिएशन व फार्मा कंपनियों से विनम्रता के साथ सीधे 25 सवाल पूछता हूँ- pic.twitter.com/ATVKlDc9tl
— स्वामी रामदेव (@yogrishiramdev) May 24, 2021
IMA ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन को भी लिखी थी चिट्ठी
इन्हीं सब विवादित बयानों को लेकर IMA (Indian Medical Association) के डॉक्टर से नाराज हैं और उन्होंने विरोध जताया है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (Indian Medical Association) ने एलोपैथिक इलाज (Allopathic cure) के खिलाफ अनर्गल बयान देने और झूठ फैलाने के संबंध में बाबा रामदेव पर आरोप लगाया था। वही बाबा रामदेव (Baba Ramdev) पर डॉक्टरों की संस्था ने मुकदमा दर्ज करने की मांग की थी। बाबा रामदेव (Baba Ramdev) के विवादित बयानों के बाद IMA (Indian Medical Association) ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन (Union Health Minister Harsh Vardhan) को भी एक चिट्ठी लिखी थी। इसके अलावा IMA ने शनिवार शाम को बाबा रामदेव (Baba Ramdev) को एक कानूनी नोटिस भी भेजा है।
बाबा रामदेव के बयान पर केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन हुए सख्त
बाबा रामदेव (Baba Ramdev) के बयानों को लेकर जब IMA (Indian Medical Association) ने विरोध जताया, तब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन (Union Health Minister Harsh Vardhan) भी सख्त हुए। उन्होंने कहा है कि योग गुरु रामदेव के वक्तव्य ने कोरोना योद्धाओं को आहत किया है, जिससे देशभर की भावनाओं को भी गहरी ठेस पहुंची। मैंने उन्हें पत्र लिखकर अपना आपत्तिजनक वक्तव्य वापस लेने को कहा है।
• चिट्ठी में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने लिखा था कि एलोपैथी से जुड़े सभी डॉक्टर बहुत मेहनत कर रहे हैं और कोरोना मरीजों की जान बचा रहे है।
• कोरोना के खिलाफ चल रही लड़ाई बाबा रामदेव के बयानों के चलते कमजोर पड़ सकती है।
• आप अपने बयान को वापस ले लेंगे ऐसी उम्मीद करते है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के पत्र के जवाब में बाबा रामदेव ने कही ये बात
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री द्वारा भेजे गए पत्र के जवाब में बाबा रामदेव ने कहा कि ‘माननीय हर्षवर्धन जी आपका पत्र प्राप्त हुआ, उसके संदर्भ में चिकित्सा पद्धतियों के संघर्ष के इस पूरे विवाद को खेदपूर्वक विराम देते हुए मैं अपना वक्तव्य वापित लेता हूं और यह पत्र आपको संप्रेषित कर रहा हूं।‘
संपूर्ण देशवासियों के लिए #COVID19 के खिलाफ़ दिन-रात युद्धरत डॉक्टर व अन्य स्वास्थ्यकर्मी देवतुल्य हैं।
बाबा @yogrishiramdev जी के वक्तव्य ने कोरोना योद्धाओं का निरादर कर,देशभर की भावनाओं को गहरी ठेस पहुंचाई।
मैंने उन्हें पत्र लिखकर अपना आपत्तिजनक वक्तव्य वापस लेने को कहा है। pic.twitter.com/QBXCdaRQb1
— Dr Harsh Vardhan (@drharshvardhan) May 23, 2021
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पतंजलि संस्था ने दी थी सफाई
बाबा रामदेव का एलोपैथिक दवाओं (Allopathic medicines) और डॉक्टर को लेकर दिए गए बयान के बाद पतंजलि संस्था ने सफाई दी थी। जिसमें पतंजलि संस्था (Patanjali Society) ने सफाई देते हुए कहा कि यह सारे आरोप गलत है। बाबा रामदेव (Baba Ramdev) मॉर्डन साइंस (Modern science) और उसकी प्रैक्टिस करने वाले लोगों के प्रति कोई भी दुर्भावना नहीं रखते है। जो भी आरोप IMA (Indian Medical Association) ने बाबा रामदेव (Baba Ramdev) पर लगाए है वह सारे गलत है।