देश इस वक्त कोरोना वायरस (Coronavirus) की दूसरी लहर का सामना कर रहा है। ये महामारी दिन ब दिन बेहद खतरनाक होता जा रहा। सरकारें और लोग इससे काफी परेशान है, ये महामारी रोज लाखों लोगों को बीमार कर रहा है और हजारों लोगों को अपने चपेट में ले रहा है। लेकिन इस बीच एक और परेशान करने वाली खबर सामने आई है। वैज्ञानिकों की माने तो देश में अब कोरोना वायरस की तीसरी लहर भी आने वाली है जो दूसरी लहर (Second Wave) से भी खतरनाक होगी। ऐसे में सबसे अहम सवाल है कि जब कोरोना की दूसरी लहर (Corona Second Wave) में ही स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है तो कोरोना की तीसरी लहर (Corona Third Wave) से हम कैसे मुकाबला करेंगे? देश में तीसरी लहर की कैसी है तैयारी? और कब आएगी कोरोना की तीसरी लहर?
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कैसे करेंगे कोरोना की तीसरी लहर का सामना?
इसे लेकर देश की सबसे बड़ी अदालत सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने भी केंद्र सरकार से बेहद गंभीर और अहम सवाल किए है। जस्टिस डी. वाई. चंद्रचूड़ (Justice D.Y. Chandrachud) ने तीसरी लहर को लेकर चिंता जताते हुए केंद्र सरकार (Central Government) से कहा कि तीसरी लहर में वैज्ञानिक बच्चों के संक्रमित (Infected) होने की आशंका जता रहे हैं, ऐसे में बच्चों के टीकाकरण (Vaccination) पर भी विचार होना चाहिए। सबसे बड़ी अदालत ने पूछा कि अगर बच्चे सक्रमित (Infected) हुए तो माता-पिता क्या करेंगे? मता-पिता अस्पताल में रहेंगे या नहीं? इसका क्या प्लान है? सुप्रीम कोर्ट ने कोरोना की तीसरी लहर के आशंका के बीच मैन पावर की कमी को लेकर भी चिंता जताई। सुप्रीम कोर्ट ने कहा, अगर दूसरी लहर को हैंडल करने के लिए मैन पावर नहीं है, तीसरी लहर के लिए भी हमारे पास मैन पावर नहीं होगा। क्या हम फ्रेश ग्रेजुएट डॉक्टर और नर्स का इस्तेमाल कर सकते हैं। सुप्रीम कोर्ट ने अभी से ही केंद्र सरकार को तीसरे लहर से निपटने के लिए इमरजेंसी प्लान तैयार करने को कहा है।
करोना की तीसरी लहर से किस एज ग्रुप को ज्यादा खतरा ?
कोरोना की पहली लहर में ज्यादातर सीनियर सिटीजंस और 50 साल से ऊपर के लोगों को अपना शिकार बनाया था तो वहीं 2021 में जब दूसरी लहर आई तो 31 से 50 साल के लोगों को ज्यादा शिकार बना रहा है। यानी इस लहर में ज्यादा युवाओं को कोरोना अपना शिकार बना रहा है। इसलिए वैज्ञानिकों की मानें तो कोरोना की तीसरी लहर से ज्यादा खतरा बच्चों को है। तीसरी लहर में कोरोना 6 से 12 साल की एज ग्रुप के बच्चे को ज्यादा शिकार बना सकता है।
कब आएगी कोरोना की तीसरी लहर और कितना होगी खतरनाक?
चिकित्सा विशेषज्ञों की माने तो तीसरी लहर देश में आएगी तो जरूर लेकिन कब आएगी अभी इसका कोई सटीक आंकलन नहीं बताया जा सकता। हालांकि, दूसरे देशों की स्थिति का आंकलन करके हम तीसरी लहर के लिए तैयार जरूर हो सकते हैं। जैसे कोरोना वायरस की दूसरी और तीसरी लहर के बीच अमेरिका में करीब सिर्फ ढाई महीने का अंतर था। यानी उस लिहाज से देखें तो भारत में सितंबर अक्टूबर तक तीसरी लहर आ सकती है, हालांकि ये भी संभव है कि दूसरी और तीसरी लहर में ज्यादा दिनों का अंतर नहीं हो। यानी दूसरी लहर जाते से ही तीसरी लहर आ जाए। देश इस वक्त कोरोना की दूसरी लहर से कराह ही रहा है। इस लहर ने देश को जितना दर्द और खौफ दिया उसके मुकाबले पहली लहर कुछ भी नहीं लगती है। ऐसे में सवाल है कि क्या जब कोरोना की तीसरी लहर आएगी तो वो और भी विनाशकारी होगी? क्योंकि तीसरी लहर ने अमेरिका में दूसरी लहर से भी ज्यादा कहर बरपाया था, दूसरी लहर से ज्यादा वहां मौतें तीसरी लहर में हुई थी। ऐसे में अगर भारत में भी कोरोना ने अमेरिका जैसा व्यवहार किया तो मुमकिन है कि तीसरी लहर और ज्यादा खतरनाक हो, लेकिन ये सिर्फ अभी अनुमान ही है।
महाराष्ट्र सरकार ने शुरू की Covid से लडने की तैयारी
तीसरी लहर के खतरे को देखते हुए महाराष्ट्र जैसे राज्यों के कान भी खड़े हो गए हैं, क्योंकि कोरोना ने करीब अपने दोनों लहरों में सबसे ज्यादा तबाही महाराष्ट्र में ही मचाया है। इसलिए तीसरी लहर आने से पहले महाराष्ट्र सरकार इस बार सतर्क हो गई है और इससे लड़ने के लिए महाराष्ट्र में पीडिएट्रिक कोविड केयर वार्ड (Pediatric COVID Care Ward) बनाने की तैयारी चल रही है। हर जिले के नगर पालिका और कलेक्टर को ये निर्देश दे दिए गए हैं। मुंबई में नियोनेटल इंटेंसिव केयर यूनिट (Neonatal Intensive Care Unit) और पीडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट (Pediatric Intensive Care Unit) की सुविधा वाले अलग कोरोना वार्ड बनने जा रहे हैं।
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कोरोना की दूसरी लहर से कैसे अलग हो सकती है करोना की तीसरी लहर?
दरअसल, वायरस अपना व्यवहार बदलता रहता है वो हर रूप बदल बदल कर इंसान पर अटैक करता है। हर लहर में वायरस अलग बर्ताव और व्यवहार करता है। जैसे पहली लहर में ये हमारी इम्यूनिटी को कमजोर करता था। पहली लहर में आसानी से लोग ठीक भी हो रहे थे। क्योंकि ये तब उतना खतरनाक और बहरूपिया नहीं था। लेकिन दूसरी लहर में ये रुप बदल कर हमारे इम्यूनिटी को आसानी धोखा दे है। संभव है कि इसका ये व्यवहार भी तीसरी लहर में बदल जाए। एक स्टडी के मुताबिक तीसरी लहर में कोरोना वायरस के पास काफी सारे वैरिएंट होंगे और हर वैरिएंट अलग तरह से इंसानों पर हमला करेगा। आसान भाषा में बोलें तो ऐसा माना जा रहा है कि तीसरी लहर में मरीजों को अलग-अलग लक्षण हो सकते है और तब वायरस और भी खतरनाक हो जाएगा। हालांकि ये सभी अभी आंकलन ही हैं। ये जरूरी नहीं है कि ऐसा होगा ही लेकिन जो जरूरी बात है, वो ये कि आप सावधान और सतर्क रहें फेस मास्क (Face Mask) और सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) का पालन करते रहें, क्योंकि इसी हथियार से हम कोरोना को हरा सकते हैं।
मैं अपनी तरफ़ से पूरी दुनिया में कोरोना से मरने वाले सभी लोगों को अश्रूपूरित😭😭😭😭 श्रद्धांजलि देता हूँ और भगवान से उन सभी दिव्यात्माओ के लिए प्रार्थना करता हूँ की भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें🙏🙏🙏🙏😭😭😭😭
जय श्रीराम🙏👏