ऐसा समय आ गया है कि अब घर पर भी मास्क (Face Mask) पहनना जरूरी हो गया है। ये हम नहीं बल्कि भारत में कोविड-19 टास्क फोर्स (Covid Task Force) के प्रमुख डॉ. वी. के. पॉल (Dr. V. K. Paul) की हैं। यानी अब सावधानी ही नहीं बल्कि बहुत ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है। क्योंकि हालात बद से बदतर होते जा रहे है और कोरोना वायरस (Corona virus) की रफ्तार कम होने का नाम ही नहीं ले रही। न कोई दोस्त, न मेहमान सबसे आप जितनी दूरी बना कर रख सकते हैं, उतना ही सुरक्षित आप रह सकते हैं।
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कोरोना का नया वैरिएंट है पहले से ज्यादा खतरनाक
कोविड-19 टास्क फोर्स (Covid Task Force) के प्रमुख डॉ. वी. के. पॉल (Dr. V. K. Paul) ने जानकारी दी। वी. के. पॉल बताया कि कोरोना वायरस (Coronavirus) का नया वैरिएंट (New Variant) काफ़ी देर तक हवा में बना रह सकता है और इससे जितना ख़तरा घर के बाहर है, उतना ही ख़तरा घर के अन्दर भी है। इसलिए घर के अंदर भी मास्क लगाना अब जरूरी है। एक रिसर्च से पता चला है कि अगर एक व्यक्ति सोशल डिस्टेंसिंग न अपनाए तो वो तीस दिन में 406 लोगों को संक्रमित कर सकता है। अगर कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति अपना फिजिकल एक्सपोजर 50 फीसदी तक कम कर दे तो एक महीने में 15 लोग और अगर 75 फीसदी तक कम कर दे तो वो 2.5 लोगों को ही संक्रमित कर पाएगा। रिसर्च बताती है कि होम आइसोलेशन में स्वस्थ व्यक्ति ने मास्क लगाया है और संक्रमित व्यक्ति ने मास्क (Face Mask) नहीं लगाया है तो इंफेक्शन (Infection) का खतरा 30 फीसदी तक रहेगा। अगर स्वस्थ और संक्रमित व्यक्ति दोनों ने मास्क लगाया हो तो इंफेक्शन (Infection) का खतरा घटकर 1.5 फीसदी तक ही रहेगा। यानी कोरोना से जंग में मास्क एक अहम कड़ी है। जिसकी जरूरत अब घर में भी महसूस हो सकती है।
हालांकि, कई लोग घर में तो क्या बाहर भी मास्क नहीं लगाते हैं तो कई ऐसे है जो मास्क तो लगाते हैं पर नाक के नीचे, लेकिन डॉक्टर और एक्सपर्ट (Expert) लगातार कर रहे हैं कि नाक और मुंह दोनों ढकें। मास्क लगाएंगे तो सुरक्षित रहेंगे और अगर ठीक से मास्क लगाएंगे तो संक्रमण का खतरा कम हो जाएगा। मास्क जरूरी नहीं, बहुत जरूरी है। ये कितना जरूरी है इसे यूं समझे कि अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (Centers for Disease Control and Prevention) और अमेरिका के जाने माने संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉक्टर एंथनी फौसी (Dr Anthony Fauci) ने अब तो डबल मास्क (Double Mask) की सलाह दी हैं।
डबल मास्क (Double Mask) पहनने का वक्त आया
अमेरिका के C सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (Centers for Disease Control and Prevention) के मुताबिक, चेहरे पर पहले मेडिकल ग्रेड मास्क पहना जाना चाहिए फिर उसके उपर कपड़े का मास्क पहना जाना चाहिए। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के सर्वे में सामने आया है कि अगर सर्जिकल मास्क की डोरियों पर बिना गाठ लगाकर उसे पहना जाए तो संक्रमण रुकने की संभावना 56.1 फीसदी है। कपड़े की मास्क से संक्रमण रुकने की संभावना 51.4 फीसदी है। जबकि सर्जिकल मास्क की डोरियों पर गाठ लगा कर पहना जाए तो 77 फीसदी संभावना संक्रमण से बचने की है। सर्जिकल मास्क के उपर कपड़े की मास्क को पहनने से 85.4 फीसदी तक संक्रमण रुकता है। इस तरह से डबल मास्किंग (Double Masking) N95 मास्क की उपयोगिता के करीब आता है जो संक्रमण रोकने में 95 फीसदी तक कारगर है। हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि N95 मास्क के साथ भी दो मास्क लगान जरूरी है।
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मास्क (Face Mask) उन जरूरी चीजों में है जिनके दम पर कोरोना काल की लड़ाई लड़ी जा रही है। लेकिन अपने देश में मास्क पहनने को लेकर जागरुकता ठीक वैसी ही है जैसी आमतौर पर हेलमेट पहनने को लेकर रहा करती है। मगर दोनों ही मामलों में सावधानी हटी दुर्घटना घटी वाली कहावत सही उतरती है। मास्क ना पहनना तो हेलमेट ना पहनने से भी ज्यादा जोखिम भरा है। मास्क (Face Mask) पहनने को लेकर केंद्र से राज्यों तक के सख्त नियम बन हुए है लेकिन जमीनी सच्चाई ये है कि अभी इसके ठीक से पालन में कमी है। जरूरत है कि कोरोना की दूसरी लहर से ही सबक ले लिया जाए। नहीं तो काफी देर हो जाएगी।